सिनवार की पहचान और उसके मारे जाने का दावा
IDF के बयान के मुताबिक, गाजा में किए गए इस ऑपरेशन के बाद तीन आतंकियों को मारा गया है, और उनमें से एक सिनवार हो सकता है। इजराइली सेना ने इन आतंकियों की तस्वीरें जारी कीं, और शुरुआती जानकारी के आधार पर यह माना गया कि मारे गए लोगों में से एक याह्या सिनवार था। हालांकि, इजराइली सेना द्वारा डीएनए जांच और विस्तृत जांच की जा रही है। इजराइली मीडिया के अनुसार, सिनवार की पहचान के बाद उसकी मौत की पुष्टि कर दी गई है। IDF ने इसको लेकर ट्वीट भी किया है
Israel Defense Forces
During IDF operations in Gaza, 3 terrorists were eliminated. The IDF and ISA are checking the possibility that one of the terrorists was Yahya Sinwar. At this stage, the identity of the terrorists cannot be confirmed. In the building where the terrorists were eliminated, there were no signs of the presence of hostages in the area. The forces that are operating in the area are continuing to operate with the required caution.
https://x.com/IDF/status/1846897213001056332
हमास चीफ सिनवार के मारे जाने की अफवाहें पहले भी थीं
कुछ समय पहले यह दावा किया गया था कि याह्या सिनवार इजराइली बंधकों के बीच छिपा हुआ था, ताकि इजराइल उसे आसानी से निशाना न बना सके। इसके अलावा, इससे पहले भी उसकी मौत की खबरें आई थीं, लेकिन तब इजराइली सेना उसकी पुष्टि नहीं कर पाई थी। लेकिन इस बार जो तस्वीरें सामने आईं हैं, उनमें एक मलबे में फंसे व्यक्ति को दिखाया गया है, जिसके सिर का हिस्सा क्षत-विक्षत हो चुका है। इजराइली मीडिया और सूत्रों के अनुसार, यही शख्स याह्या सिनवार हो सकता है।
इजराइल की रणनीतिक सफलता: 3 बड़े दुश्मन मार गिराए
इजराइल की यह हालिया कार्रवाई उसकी तीन महीने में तीसरी बड़ी सफलता है। इससे पहले, इजराइल ने 27 सितंबर को बेरूत में एक हवाई हमले में हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को मार गिराया था। इसके साथ ही, अगस्त में भी इजराइल ने एक और बड़े दुश्मन को मार गिराया था। इस तरह, महज तीन महीने में इजराइल ने अपने तीन बड़े दुश्मनों को खत्म किया है, जिसमें याह्या सिनवार का मारा जाना सबसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
याह्या सिनवार: हमास का नया चीफ
याह्या सिनवार को अगस्त 2023 में हमास का नया चीफ नियुक्त किया गया था। इससे पहले, इस्माइल हानिया हमास के चीफ थे, लेकिन उनकी मौत के बाद यह जिम्मेदारी सिनवार को सौंपी गई। सिनवार का जन्म 1962 में गाजा पट्टी के एक शरणार्थी शिविर में हुआ था। उसने अपने जीवन में कई बार इजराइल के खिलाफ हिंसक गतिविधियों को अंजाम दिया और कई बार गिरफ्तार भी हुआ। लेकिन 2011 में, एक इजराइली सैनिक की रिहाई के बदले, सिनवार समेत 127 कैदियों को छोड़ा गया था।
सिनवार का आतंकवाद से जुड़ा सफर
सिनवार का नाम अंतरराष्ट्रीय आतंकियों की सूची में शामिल किया गया था। 2015 में अमेरिका ने उसे अपनी ब्लैकलिस्ट में डाला था। हमास में उसकी पहचान एक कट्टरपंथी और हिंसक नेता के रूप में थी, जिसे उसके क्रूर रवैये के कारण इजराइल में ‘खान यूनिस का कसाई’ कहा जाता था। उसने हमास को एक आक्रामक और आतंकवादी संगठन के रूप में पुनर्गठित किया, जो गाजा पट्टी से इजराइल पर रॉकेट हमले और अन्य आतंकवादी गतिविधियां संचालित करता था।
इजराइल-हमास संघर्ष: 7 अक्टूबर का हमला
7 अक्टूबर 2023 को हमास ने दक्षिणी इजराइल पर एक बड़ा हमला किया था, जिसमें 1200 से अधिक इजराइली मारे गए थे। इस हमले को हमास के इतिहास का सबसे घातक हमला माना जाता है, और याह्या सिनवार को इसका मास्टरमाइंड माना गया। इस हमले के बाद, इजराइल ने हमास के खिलाफ एक कड़ा अभियान शुरू किया और गाजा पर हमले तेज कर दिए। सिनवार का मारा जाना इजराइल के लिए एक बड़ी जीत मानी जा रही है, क्योंकि वह हमास का सबसे खतरनाक नेता था।
गाजा में इजराइली हमले और हमास का कमजोर होना
इजराइल द्वारा गाजा में किए गए हालिया हमलों ने हमास को काफी कमजोर कर दिया है। गाजा पर इजराइली बमबारी से हमास के कई ठिकाने और नेता निशाने पर आए हैं। याह्या सिनवार का मारा जाना हमास के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि वह संगठन का सबसे बड़ा नेता था। उसकी मौत के बाद हमास की लीडरशिप पर सवाल उठने लगे हैं, और यह संगठन अब अपने भविष्य को लेकर एक चुनौतीपूर्ण स्थिति में है।
सिनवार की मौत: इजराइल की बड़ी जीत
सिनवार का मारा जाना इजराइल के लिए एक बड़ी रणनीतिक सफलता है। वह न केवल हमास का चीफ था, बल्कि उसे इजराइल के सबसे बड़े दुश्मनों में से एक माना जाता था। उसकी मौत के बाद, इजराइल और हमास के बीच का संघर्ष एक नया मोड़ ले सकता है। इजराइली सेना के मुताबिक, अब हमास के पास नेतृत्व संकट खड़ा हो सकता है, जिससे संगठन की गतिविधियां कमजोर हो सकती हैं।
इजराइली सेना की ताकत: हाई-टेक ऑपरेशन
इजराइल की सेना ने गाजा पर किए गए हमलों में अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया। इन हमलों में ड्रोन, सैटेलाइट इमेजरी और हाई-टेक उपकरणों का इस्तेमाल किया गया, जिससे आतंकियों को निशाना बनाना आसान हुआ। सिनवार का मारा जाना इस बात का संकेत है कि इजराइल की सेना अब हाई-टेक तकनीक का इस्तेमाल करके अपने दुश्मनों को खत्म करने में सक्षम हो चुकी है।
आगे क्या होगा?
सिनवार की मौत के बाद, हमास के संगठन में नए नेता की तलाश की जाएगी। इस बीच, इजराइल अपने हमलों को और तेज कर सकता है, ताकि हमास के बचे हुए नेताओं को भी खत्म किया जा सके। हालांकि, यह संघर्ष जल्द खत्म होता नजर नहीं आ रहा है, क्योंकि हमास की ओर से भी इजराइल पर हमले जारी रह सकते हैं। लेकिन याह्या सिनवार का मारा जाना इजराइल के लिए एक बड़ी सफलता है, जो इस संघर्ष में उसके पक्ष में एक महत्वपूर्ण जीत है।